एनपीयू: अधिकारी-कर्मचारी बाहर गेट खुलने का कर रहे थे इंतजार – Palamu News – Daltonganj News – Local 24 Live
मेदिनीनगर: नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय (एनपीयू) के मुख्य द्वार की चाबी विवि के अंदर फेंक दी गई थी, और गार्ड सुबह से ही गायब था। जब विश्वविद्यालय के अधिकारी और कर्मचारी सुबह 10 बजे कार्यालय पहुंचे, तो उन्हें मुख्य द्वार पर ताला लगा मिला। इस कारण डीएसडब्ल्यू डॉ. अंबालिका प्रसाद, रजिस्ट्रार एस.के. मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. एम.के. दीपक सहित सभी विभागों के कर्मचारी दोपहर एक बजे तक बाहर खड़े रहे।
मुख्य द्वार बंद और गार्ड की गैरमौजूदगी:
एनपीयू के प्रॉक्टर डॉ. केसी झा जब दोपहर 12:15 बजे विश्वविद्यालय पहुंचे, तो उन्होंने गार्ड चंदन राम को घर से बुलवाया। दोपहर एक बजे विवि का मुख्य द्वार खोला गया। गार्ड चंदन राम ने बताया कि उसकी ड्यूटी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक थी। जब वह सुबह नौ बजे घर जाने के लिए निकला, तो देखा कि मेन गेट में ताला लगा हुआ है। उसके साथ ड्यूटी पर मौजूद दूसरे व्यक्ति के पास चाबी थी। चंदन राम किसी तरह विवि के पीछे के हिस्से से बाहर निकलकर गया था।
दोषियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा:
मामले पर प्रॉक्टर डॉ. केसी झा ने कहा कि इस घटना के लिए जो भी दोषी होंगे, उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। रजिस्ट्रार एस.के. मिश्रा ने कहा कि रोस्टर के अनुसार कर्मचारी नहीं आए थे, जिस कारण विवि का मुख्य द्वार बंद रहा। इस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि गेट बंद होने से समय बर्बाद हुआ, जिससे छात्रों के काम में भी देरी हुई। विवि के पीछे से गेट खुले रहने के बारे में कहा गया कि यह सुरक्षा का मामला है, और इस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों की परेशानी और एनएसयूआई की प्रतिक्रिया:
दोपहर एक बजे तक कोई काम नहीं हो पाया। दूर-दराज से आए छात्र गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे। इनमें से कई छात्र रांची, औरंगाबाद और अन्य स्थानों से आए थे। एनएसयूआई अध्यक्ष अमरनाथ तिवारी भी दोपहर एक बजे तक मुख्य द्वार के बाहर खड़े रहे। उन्होंने इस मामले पर विवि के कुलानुशासक से जानकारी चाही, लेकिन उन्हें जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया गया। इस पर अमरनाथ तिवारी ने कहा कि एनएसयूआई राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले की जांच की मांग करेगा।
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